
आ गया त्यौहार रक्षाबंधन का हर बार की तरह,
सजेगी कलाई भाई की हर बार की तरह,
पर नोकझोक शगुन की ना होगी हर बार की तरह।
प्रेम और स्नेह होगा भाई बहन का हर बार की तरह,
वादे और वचन निभाये जाएगे हर बार की तरह,
नजदीकियां ना होगी आपस में हर बार की तरह।
रहना है दूर जिम्मेदारी के साथ इस बार,
मनायेंगे राखी दिलों की तार जोड़ कर इस बार,
क्योंकि करोना का रूप है भयानक इस बार।
