
पूछना है आज सबसे है क्या कलंक बिन मां बाप की बेटी होना
क्या हुआ यदि नहीं है मां बाप , पास है मेरे बाकी सब परिवार। पूछना है आज…….
क्या कमी है मुझमें, जो हर पल याद दिलाया जाता है अनाथ शब्द को । पूछना है आज……
कसूर मेरा क्या है ,जो नजरें झुका कर चुपचाप चलना सिखुं। पूछना है आज….
गलती मेरी क्या है ,होता देख भेदभाव चुप रहकर सहना सिखुं। पूछना है आज….
बन गई हूं मां ,पर तर्क बिन मां बाप की बेटी का हुआ नहीं खत्म । पूछना है आज….
लक्ष्य नहीं है मेरा, ठेस पहुंचाना किसी अपने के दिल को ।
पूछना है आज सबसे है क्या कलंक बिन मां बाप की बेटी होना